भारत के प्रमुख बंदरगाहों की सूची | List Of Major Ports Of India - GyAAnigk
कुछ प्रमुख बंदरगाहों के नाम:
- कोच्चि (केरल)
- एन्नोर (तमिलनाडु)
- हल्दिया (पश्चिम बंगाल)
- कोलकाता (पश्चिम बंगाल)
- कांडला (गुजरात)
- मैंगलोर (कर्नाटक)
- मरमगोआ (गोवा)
- मुंबई (महाराष्ट्र)
- जवाहरलाल नेहरू (महाराष्ट्र)
- पारादीप (ओडिशा)
- तूतीकोरिन (तमिलनाडु)
- विशाखापत्तनम (आंध्र प्रदेश)
- चेन्नई (तमिलनाडु)
ये बंदरगाह क्यों ज़रूरी हैं?
भारत के प्रमुख बंदरगाहों की सूची | |||
क्र.सं. | राज्य अमेरिका | बंदरगाहों | प्रमुख निर्यात |
1. | केरल | कोच्चि बंदरगाह | चाय, कॉफी, मसाले, आदि |
2. | तमिलनाडु | एन्नोर बंदरगाह | लौह अयस्क, पेट्रोलियम, कोयला और रसायन |
3. | पश्चिम बंगाल | हल्दिया बंदरगाह | जूट, इस्पात, लौह अयस्क, आदि |
4. | पश्चिम बंगाल | कोलकाता बंदरगाह | लौह अयस्क, चाय, कोयला, इस्पात, आदि |
5. | गुजरात | कांडला बंदरगाह | कपड़ा, मैंगनीज, मशीनरी, चमड़ा, रासायनिक उत्पाद, आदि |
6. | कर्नाटक | मैंगलोर बंदरगाह | लौह अयस्क |
7. | गोवा | मार्मागोआ बंदरगाह | लौह अयस्क |
8. | महाराष्ट्र | मुंबई बंदरगाह | कपड़ा, मैंगनीज, मशीनरी, चमड़ा, रासायनिक उत्पाद, आदि |
9. | महाराष्ट्र | जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह | कपड़ा, रसायन, फार्मास्यूटिकल्स, कालीन, आदि |
10. | ओडिशा | पारादीप बंदरगाह | लौह अयस्क, लोहा और एल्युमीनियम |
11। | तमिलनाडु | तूतीकोरिन बंदरगाह | नमक, उर्वरक, पेट्रोलियम, कोयला, आदि |
12. | आंध्र प्रदेश | विशाखापत्तनम बंदरगाह | कोयला, एल्युमिना, तेल |
13' | तमिलनाडु | चेन्नई बंदरगाह | चावल, कपड़ा, चमड़ा, सामान, आदि |
भारत के बंदरगाहों के बारे में कुछ और रोचक तथ्य
बंदरगाह क्यों महत्वपूर्ण हैं?
- व्यापार का केंद्र: बंदरगाह देशों के बीच व्यापार का मुख्य केंद्र होते हैं। इनके ज़रिए कच्चा माल, तैयार उत्पाद, मशीनरी और अन्य सामानों का आयात और निर्यात होता है।
- रोजगार: बंदरगाहों पर हज़ारों लोगों को रोज़गार मिलता है। जैसे- जहाज़ चलाने वाले, गोदामों में काम करने वाले, क्रेन ऑपरेटर आदि।
- आर्थिक विकास: बंदरगाहों के विकास से क्षेत्र का आर्थिक विकास होता है। इससे आसपास के इलाकों में उद्योग-धंधे बढ़ते हैं और रोज़गार के अवसर पैदा होते हैं।
भारत के बंदरगाहों की खास बातें
- प्राकृतिक बंदरगाह: भारत में कई प्राकृतिक बंदरगाह हैं, जैसे मुंबई। ये बंदरगाह समुद्र के किनारे प्राकृतिक रूप से बने हुए हैं।
- कृत्रिम बंदरगाह: कुछ बंदरगाह कृत्रिम रूप से बनाए गए हैं, जैसे जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह। इन्हें खास तौर पर बड़े जहाज़ों को संभालने के लिए बनाया जाता है।
- समुद्री मार्ग: भारत के बंदरगाह देश के विभिन्न हिस्सों को समुद्री मार्ग से जोड़ते हैं। इससे माल ढुलाई का खर्च कम होता है और समय भी बचता है।
कुछ प्रमुख बंदरगाहों के बारे में विस्तार से
- मुंबई बंदरगाह: भारत का सबसे पुराना और सबसे व्यस्त बंदरगाह है।
- कोच्चि बंदरगाह: प्राकृतिक बंदरगाह है और दक्षिण भारत का सबसे बड़ा बंदरगाह है।
- कांडला बंदरगाह: गुजरात में स्थित है और पश्चिमी भारत का सबसे बड़ा बंदरगाह है।
- विशाखापट्टनम बंदरगाह: पूर्वी तट का सबसे बड़ा बंदरगाह है और इस्पात उद्योग के लिए जाना जाता है।
भारत सरकार द्वारा उठाए गए कदम
- सागरमाला परियोजना: भारत सरकार ने बंदरगाहों के विकास के लिए सागरमाला परियोजना शुरू की है। इस परियोजना के तहत बंदरगाहों को आधुनिक बनाया जा रहा है और उनकी क्षमता बढ़ाई जा रही है।
- डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर: बंदरगाहों को रेलवे नेटवर्क से जोड़ने के लिए डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का निर्माण किया जा रहा है। इससे माल ढुलाई का समय और खर्च कम होगा।
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