भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद जी थे। वह भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख संगठन Indian National Congress के सदस्य और एक प्रमुख नेता थे। यहां कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं जो उनके बारे में जानने में मदद करेंगी:
- जन्म और शिक्षा: राजेंद्र प्रसाद जी ने 3 दिसंबर 1884 को जहानाबाद, बिहार में जन्म लिया था। उन्होंने कृषि और विधानसभा राजनीति में स्नातक की डिग्री प्राप्त की थी और विदेशों में वकालत की पढ़ाई की।
- स्वतंत्रता संग्राम: राजेंद्र प्रसाद जी भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के एक प्रमुख संगठन इंडियन नेशनल कांग्रेस (INC) के सदस्य थे। उन्होंने अपनी वकालती कैरियर को छोड़कर राष्ट्रीय स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय रूप से हिस्सा लिया।
- राष्ट्रपति की पदवी: भारत के स्वतंत्रता के बाद, राजेंद्र प्रसाद जी को भारत के प्रथम राष्ट्रपति के रूप में चुना गया। उन्होंने 1950 से 1962 तक राष्ट्रपति की पदवी निभाई।
- समाज सेवा: राजेंद्र प्रसाद जी एक प्रमुख समाज सेवी थे। उन्होंने विभिन्न सामाजिक कार्यों में अपना योगदान दिया, जैसे मातृ भूमि पुत्र (Sons of the Soil) आंदोलन और भूखमरी के समय खाद्यान्न वितरण।
- संविधान सभा के अध्यक्ष: राजेंद्र प्रसाद जी ने भारत के संविधान सभा के प्रथम अध्यक्ष के रूप में कार्य किया था। उन्होंने भारतीय संविधान का निर्माण निर्देशित किया और उसके संबंधित कार्यों में नेतृत्व किया था।
- पद्म भूषण: राजेंद्र प्रसाद जी को 1961 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया, यह भारत सरकार द्वारा दिया जाने वाला तीसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान है।
- पुरस्कार और सम्मान: राजेंद्र प्रसाद जी को 1962 में भारत रत्न, भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, से सम्मानित किया गया था।
- निबंधकार: राजेंद्र प्रसाद एक प्रमुख निबंधकार और लेखक भी थे। उनकी पुस्तक 'आत्मकथा' (Atmakatha) एक आत्म जीवनी है जो उनके जीवन की कहानी को विवर्ण करती है।
एक टिप्पणी भेजें